Agra: चकमा देकर गैंगस्टर ने कोर्ट में किया समर्पण, पुलिस गिरफ्तारी के लिए देती रही दबिशें
आगरा के सिकंदरा थाने के गैंगस्टर संजय जैन उर्फ संजय कालिया ने बृहस्पतिवार को पुलिस को चकमा देकर अदालत में समर्पण कर दिया। वहीं पुलिस उसके चार साथियों को जेल भेजने के बाद गैंगस्टर की तलाश कर रही थी। अब पुलिस उसके गिरोह के 14 अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
गैंगस्टर एक्ट में वांछित क्रिकेट बुकी संजय जैन उर्फ संजय कालिया ने बृहस्पतिवार को समर्पण किया। सिकंदरा पुलिस को उसकी काफी दिनों से तलाश थी। आईपीएल के नजदीक होने के कारण कुख्यात बुकी पर शिकंजा कस रही थी, लेकिन इसके पहले ही वह जेल चला गया। सिकंदरा पुलिस ने बुकी और उसके साथियों सहित 19 लोगों पर गैंगस्टर लगाया था। मुकदमे में संजय कालिया उर्फ संजय जैन, राजीव चोपड़ा, हरीश कुमार उर्फ टोनी, मनीष ममानी, संदीप गुलाटी, सुमित गौतम, महेश कुमार सिंह, हरिशंकर, रूपकिशोर सहगल, मोहम्मद फुरकान, शाहरूख, सचिन, प्रवीण कुमार वर्मा, वसीम हुसैन, राधाकृष्ण, अश्वनी अग्रवाल, सुमित कुमार अग्रवाल, अंकित व सनी कबाड़िया नामजद हैं। संजय कालिया ने अपने अधिवक्ता अधर शर्मा के माध्यम से कोर्ट में समर्पण किया। पुलिस से बचाने के लिए उसे अपने साथ गाड़ी से सीधे दीवानी लेकर पहुंचे।
पहले भी जेल गया है कालिया
संजय कालिया पहली बार जेल नहीं गया है। इससे पहले भी कई बार जेल जा चुका है। उसके खिलाफ जुए-सट्टे के कई मुकदमे दर्ज हैं। वह पूर्व में नाई की मंडी थाना क्षेत्र में रहता था। करीब ढाई दशक पहले क्रिकेट सट्टे का काम शुरू किया। करोड़ों की संपत्ति बनाई। बाद में जुए और सट्टे के चलते ही कर्ज हो गया। कई प्रॉपर्टी बेचनी पड़ी। गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। बाद में पुलिस संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई करेगी। इसकी भनक कई माह पहले से संजय कालिया को थी। वह अपने बैंक खाते खाली करने में जुटा था। चर्चा है कि गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा लिखने से पहले उसने अपनी एक प्रॉपर्टी भी सस्ते दाम पर बेच दी थी।