बदले की आग ने उजाड़े दो परिवार: क्षेत्र में PAC तैनात, तीन की गई जान, एक अस्पताल में और छह गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर के रतनपुर थानाक्षेत्र के फुलत गांव में हंसते-खेलते दो किसान परिवार बदले की आग में उजड़ गए। सिर्फ 10 मिनट के खूनी खेल में तीन युवकों की की मौत हो गई, जबकि एक घायल जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। महिला समेत दोनों पक्षों के छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया। वहीं बुधवार को दो भाइयों के एकसाथ चिताएं जलीं तो हर किसी की आंखें नम हो गईं।
अनुसूचित जाति के राजू का बेटा अंकित गांव में ही नाई की दुकान चलाता था। इसी दौरान पड़ोस के हरिमोहन की बेटी के साथ उसका प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। दोनों ने एक साल पहले गुपचुप तरीके से आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया। करीब आठ महीने पहले दोनों गांव से चले गए थे। यहीं से रंजिश की शुरूआत हुई।
गांव के गण्यमान्य लोगों ने दोनों परिवार को समझा-बुझाकर मामला शांत भी करा दिया था। दोनों परिवार मान भी गए थे, लेकिन मंगलवार रात बदले की आग सुलगी तो दोनों परिवार कुछ ही देर में उजड़ गए। पूर्व प्रधान प्रेमपाल ने घटना पर दुख जताया। वह कहते हैं कि दोनों परिवारों को अलग-अलग समझाया गया था, दोनों ही सहमत हो गए थे, लेकिन अचानक ही यह वारदात हो गई।
अंकित पक्ष की ओर दर्ज कराया गया मुकदमा
मृतक अंकित के पिता राजू की ओर से दूसरे पक्ष के हरिमोहन, उसकी पत्नी मीना, बेटे राहुल, रोहित व सचिन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनमें रोहित और राहुल की मौत हो गई है। घायल हरिमोहन का उपचार चल रहा है और उसकी पत्नी मीना व बेटे सचिन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
राजू और उसके बेटे भी किए गए नामजद
दूसरे पक्ष के गोवर्धन की ओर से राजू, उसके बेटे अंकित, बबलू, जोशी व मोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। अंकित की मौत हो चुकी है। पुलिस ने अन्य चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया कि दोनों पक्षों के तीन लोगों की मौत हुई है। दस आरोपियों में से छह गिरफ्तार कर लिए गए हैं, जबकि एक आरोपी का अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दरांती, दाव, देसी पिस्टल और नौ कारतूस .32 बोर के बरामद किए गए हैं। चार खोखा कारतूस बरामद हुए हैं।
पुलिस सुरक्षा में रही करुणा
अंकित से प्रेम विवाह करने वाली करुणा बुधवार को गांव पहुंची। इस दौरान वह कड़ी पुलिस सुरक्षा में रही। पुलिस के घेरे में ही पहले उसे पोस्टमार्टम हाउस ले जाकर अंकित के शव को दिखाया गया।
इसके बाद उसके रतनपुरी थाने में लाया गया। करुणा इन दिनों मेरठ के पल्लवपुरम में अंकित के साथ रह रही थी। बुधवार शाम उसे पुलिस सुरक्षा में मेरठ पहुंचा दिया गया।
एक साथ जलीं रोहित और अंकित की चिताएं
बुधवार शाम लगभग सात बजे पोस्टमार्टम के बाद अंकित व रोहित के शवों को लेकर रिश्तेदार गांव में पहुंचे। दोनों शवों को घर न लाकर सीधे श्मशान घाट में ले जाया गया। वहां कुछ ही फासले पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान दोनों युवकों के रिश्तेदार व गांव के लोगों के अलावा बसपा जिलाध्यक्ष सतीश रवि, पूर्व राज्य मंत्री प्रेमचंद गौतम, शामली बसपा जिलाध्यक्ष सुशील कुमार नहारिया भी मौजूद रहे।
उधर, शवों के पहुंचने से पहले एसपी देहात आदित्य बंसल व सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने पहुंच कर पुलिस को निर्देश दिए। वहीं, मेरठ के अस्पताल में दम तोड़ने वाले राहुल का शव पोस्टमार्टम के बाद आज गांव में पहुंचेगा।
गांव में सन्नाटा, सुरक्षा के लिए पीएसी व पुलिस तैनात
गांव में तीन युवकों की हत्या के बाद से सन्नाटा पसरा है। गांव में महिलाएं अपने घरों के बाहर बैठ कर व खड़े होकर घटना के बारे में बात करती रहीं, लेकिन मृतक पक्षों के घर जाने से दूरी बनाए रखी। गांव में रतनपुरी, खतौली, शाहपुर व मंसूरपुर थाने की पुलिस के साथ पीएसी सुरक्षा व शांति बनाए रखने के लिए तैनात की गई है।
दोनों पक्षों के लोग करते थे यह काम
फुलत हत्याकांड में देसी पिस्टल से फायरिंग करने वाला आरोपी बबलू पुत्र राजू खतौली में मोबाइल रिपेयरिंग व उसका दूसरा भाई जोशी खतौली में ही इलेक्ट्रिशियन का काम करता है। जबकि तीसरा भाई मोनू घर पर पिता राजू के साथ परचून की दुकान पर बैठता है।
वहीं हरिमोहन के पास दस बीघा जमीन है। उसका बेटा राहुल मेरठ में फिजियोथेरेपी करता था। दूसरा बेटा रोहित गांव में ही पिता के साथ खेतीबाड़ी में हाथ बंटाता था। जबकि गिरफ्तार तीसरा भाई सचिन मंसूरपुर मिल में मजदूरी करता है।