Muzaffarnagar: दूसरे सैंपल में भी प्रतिबंधित स्टेरायड, दिव्या काकरान की बढ़ी मुश्किल
मुजफ्फरनगर अर्जुन अवार्डी पहलवान और नायब तहसीलदार दिव्या काकरान की मुश्किलें और बढ़ गई है। दूसरे सैंपल की रिपोर्ट में भी प्रतिबंधित स्टेरायड मिला है। नाडा के सामने बेगुनाही साबित नहीं करने पर काकरान पर चार साल का प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
नोएडा में नायब तहसीलदार दिव्या काकरान को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की ओर से लिए गए उनके सैंपल में प्रतिबंधित स्टेरायड मिथाइल टेस्टोस्टोरॉन और उसके मेटाबोलाइट्स पाए गए थे। नाडा ने 15 दिसंबर को दिव्या का आउट ऑफ कंपटीशन सैंपल उनके आवास से लिया था, जिसकी टेस्टिंग वाडा से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय डोप टेस्ट लैबोरेटरी (एनडीटीएल) में की गई थी। इसी लैब की टेस्टिंग में एनाबॉलिक एंड्रोजेनिक स्टेरायड पाया गया है।
अब बी सैंपल की रिपोर्ट भी नाडा की ओर से दिव्या काकरान को भेज दी गई है, इसमें भी प्रतिबंधित स्टेरायड मिले हैं। काकरान पर फिलहाल अस्थायी प्रतिबंध लगाए गए हैं। नाडा जल्द ही मामले की सुनवाई करेगा, जिसमें दिव्या को अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी। अगर दिव्या अपने पक्ष में साक्ष्य नहीं दे पाई तो चार साल का प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
दिव्या फिर बोली, मैं बेकसूरअर्जुन अवार्डी पहलवान दिव्या काकरान ने बुधवार को फिर कहा कि वह बेकसूर हैं। नाडा के अगले कदम का इंतजार कर रही हैं। किसी भी गलत चीज का इस्तेमाल नहीं किया। दोनों सैंपल एक ही दिन लिए गए थे, रिपोर्ट अलग-अलग भेजी गई हैं।