Muzaffarnagar – मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में अब पात्रों को और अधिक मिलेगा धनराशि में लाभ
मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में अब पात्रों को और अधिक लाभ मिलेगा। पात्रों को मिलने वाली धनराशि में बढ़ोतरी की गई है। प्रथम व द्वितीय श्रेणी वालों के फॉर्म स्वास्थ्य विभाग की ओर से भरवाए जा रहे हैं। इसके लिए आशाओं की जिम्मेदारी लगाई गई है।
मुख्यमंत्री कन्या सुंगला योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक रूचि श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अब तक 1878 बच्चियों के फॉर्म भरवा चुका है। जिले की सभी आशाओं को इस काम में लगाया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में दो श्रेणी है। श्रेणी-1 में अब एक साल तक की बच्चियों के फॉर्म भरवाए जाते हैं, जबकि श्रेणी-2 में एक साल का टीकाकरण पूरा होने पर दो साल तक की बच्ची का फॉर्म भरवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना, समान लैंगिक अनुपात स्थापित करने, बाल विवाह की कुप्रथा को रोकने, बालिका के स्वास्थ्य व शिक्षा को प्रोत्साहन देने एवं स्वावलंबी बनाने में सहायता प्रदान करना है। पहले प्रथम श्रेणी वालों को दो हजार रुपये मिलते थे, जिन्हें बढ़ाकर अब पांच हजार कर दिया गया है। जबकि द्वितीय श्रेणी वालों को पहले एक हजार रुपये मिलते थे, जिन्हें अब दो हजार रुपये कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यदि किसी महिला के पहले प्रसव से बालिका है व द्वितीय प्रसव से जुड़वा बालिकाएं जन्म लेती हैं तो केवल ऐसी अवस्था में ही तीनों बालिकाओं को लाभ मिल सकेगा।
आवेदन के लिए आवश्यक अभिलेख
– अभिभावक के बैंक पासबुक की छाया प्रति
– अभिभावक व बालिका के आधार कार्ड की छाया प्रति
– परिवार की वार्षिक आय के संबंध में घोषणा पत्र
– बालिका की नवीनतम फोटो
– आवेदक व बालिका का नवीनतम संयुक्त फोटो
यह होंगे पात्र
– लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो।
– पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख हो।
– अधिकतम दो बालिकाओं को योजना का लाभ मिल सकता है।
– लाभार्थी के परिवार में अधिकतम दो बच्चे हो।
ऐसे मिलेगा इस योजना का लाभ
– बालिका के जन्म होने के बाद उसे पांच हजार रुपये मिलेंगे
– बालिका के एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण होने पर दो हजार रुपये मिलेंगे
– कक्षा प्रथम में बालिका के प्रवेश के बाद तीन हजार रुपये मिलेंगे
– कक्षा छह में बालिका के प्रवेश के बाद तीन हजार मिलेंगे
– कक्षा नौ में बालिका के प्रवेश के बाद पांच हजार मिलेंगे
– स्नातक अथवा दो वर्षीय अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के बाद सात हजार मिलेंगे