डॉ विकास पंवार कांडः पीड़िता के बयान दर्ज, ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ पहुंची अदालत, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी
‘पॉक्सो एक्ट में फंसे डॉ विकास पंवार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ अदालत पहुंची पीड़िता ने बयान दर्ज करा दिए हैं. पुलिस ने अब डॉक्टर की गिरफ्तारी के प्रयास भी तेज कर दिए हैं.’
- रिपोर्टः अमित सैनी, प्रधान संपादक
मुजफ्फरनगर के बहुचर्चित डॉ विकास पंवार पर लगे छेडख़ानी के आरोप में पीड़िता ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज करा दिए है. शुक्रवार को पीड़िता कोर्ट पहुंची और 164 के तहत अपने बयान दर्ज कराए. जिसके बाद आरोपित डॉ विकास पंवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. माना जा रहा है कि पुलिस अब कभी भी डॉक्टर को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज सकती है.
इलाज के दौरान डॉ विकास पंवार की छेडछाड की शिकार हुई 14 साल की पीड़िता की हालत अभी भी स्थिर बताई जा रही है. जिस कारण उसके कोर्ट में बयान भी लेट दर्ज हुए.
शुक्रवार को कार द्वारा पीड़िता को ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ कोर्ट परिसर तक ले जाया गया. उसके बाद परिजनों ने सहारा देकर कोर्ट रूम पहुंचाया. जहां उसके बयान दर्ज हुए.
किशोर न्याय बोर्ड में हुई काउंसलिंग
कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद उसे आर्यपुरी मोड स्थित किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष भी पेश किया गया. किशोर बोर्ड में किशोरी की घंटों तक काउंसलिंग हुई.
परिजनों ने दावा करते हुए बताया, “किशोर न्याय बोर्ड मेंबर्स के सामने भी बेटी ने सच्चाई बयां की. बेटी द्वारा विस्तार पूर्वक अपने साथ हुई घटना की जानकारी साझा की.”
डॉक्टर के खिलाफ दिए बयान!
परिवार के लोगों ने ‘द एक्स इंडिया’ को जानकारी देते हुए दावा किया, “बेटी के साथ जो हुआ, वो बहुत बुरा हुआ. बेटी ने जो पुलिस को 161 के तहत बयान दिए थे, वो ही बयान उसने कोर्ट में जज के समक्ष दिए है. बयानों में कोई बदलाव नहीं है. बेटी ने अपने साथ हुए पूरे मामले को अदालत में बताया.”
बेहद गोपनीय तरीके से हुए बयान दर्ज
पीड़िता के बयान बेहद ही गोपनीय तरीके से दर्ज कराए गए. परिजनों पर इसके लिए पूरा दबाव रहा. परिजनों को हिदायत दी गई थी कि पीड़िता के कोर्ट तक पहुंचने की भनक किसी को नहीं लगनी चाहिए.
जिस कारण पीड़िता को परिजन बेहद ही गुपचुप तरीके से कोर्ट लेकर पहुंचे और बडे ही कॉन्फिडेंसल तरीके से बयान दर्ज कराए गए.
‘कोई समझौता नहीं, सब अफवाह’ :पीड़ित परिवार
पूरे मामले में समझौते की कई बार बातें सामने आई. लेकिन पीड़ित परिवार ने समझौते की बातों को झुठलाते हुए कहा, “बेटी के साथ जो भी हुआ, जिसमें आरोपी को सजा जरूर मिलनी चाहिए. इसमें समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है.”
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की मध्यस्थता के बाद समझौते के सवाल पर परिवारिक सदस्य ने कहा, “ये सब अफवाह है. हमने किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया है और ना ही इस संबंध में टिकैत बंधुओं से कोई वार्ता हुई है.”
आरोपी डॉक्टर के खिलाफ एक और तहरीर
पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होते ही डॉ विकास पंवार फरार हो गए थे. जिसके बाद उनकी फजीहत हुई तो एक वीडियो बनाकर उनके द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया गया.
इस वीडियो में डॉक्टर विकास कई प्रकार की गलतियां कर गए. सबसे बड़ी गलती ये की कि उन्होंने पीड़िता का नाम उजागर कर दिया.
वीडियो में उन्होंने लडकी का नाम लेते हुए अपने आप को बेगुनाह साबित करने की कोशिश की. जबकि सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट गाइडलाइन है कि इस तरह के किसी भी मामले में पीड़िता अथवा उसके परिवार की पहचान उजागर नहीं की जाएगी. लेकिन डॉक्टर साहब ये बड़ी गलती कर गए.
परिजनों की तरफ से इस मामले में भी डॉक्टर विकास पंवार के खिलाफ नई मंडी कोतवाली समेत अधिकारियों को तहरीर देकर दूसरा मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.
जल्द हो सकती है गिरफ्तारी
कानून के जानकारों की मानें तो अदालत में 164 के बयान दर्ज होने के बाद अब किसी भी समय आरोपी डॉक्टर विकास पंवार की गिरफ्तारी हो सकती है.
पुलिस इसी इंतजार में थी कि पीड़िता के कब कोर्ट में बयान दर्ज हों और वो आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई शुरू करें.
क्या कहते हैं अधिकारी?
सीओ नई मंडी रूपाली रॉय चौधरी कहती हैं, “पीड़िता के 164 के बयान अदालत में दर्ज हो गए हैं. अब आगे की कार्रवाई की जा रही है. एविडेंस कलेक्ट किए जा रहे हैं और आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.”
आपको बता दें कि शहर के भोपा रोड पर स्थित विजय श्री नर्सिंग होम के मालिक डॉक्टर विकास पंवार पर 10वीं की छात्रा ने छेड़खानी के गंभीर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी.