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IIT कानपुर में छात्रा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, एक महीने के अंदर तीसरी सुसाइड से हड़कंप

hanging suicide
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उत्तर प्रदेश की अग्रणी शिक्षण संस्था माने जाने वाली IIT कानपुर में एक बार फिर से एक छात्रा ने आत्हत्या करके हड़कंप मचा दिया है। इस बार 29 साल की शोध छात्रा प्रियंका जायसवाल ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली है। एक महीने के अंदर आईआईटी कानपुर की ये तीसरी आत्महत्या है। मृतक छात्रा के पास से किसी प्रकार के सुसाइड नोट मिलने की बात अभी प्रकाश में नहीं आई है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ये है पूरा मामला!
असल में झारखंड राज्य के दुमका जिले की रहने वाली प्रियंका जायसवाल आईआईटी कानपुर की शोध छात्रा थी। प्रियंका जायसवाल के पिता द्वारा हॉस्टल मैनेजर रितु पाण्डेय को इस बात की सूचना दी कि उनकी पुत्री सुबह से उनका फोन नहीं उठा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मैनेजर रितु पांडे द्वारा तत्काल ही रूम को बाहर से धक्का देकर देखा गया तो अंदर से बंद मिला। जिसके बाद उन्होंने किसी तरह से अंदर झांकर कर देखा तो प्रियंका फांसी के फंदे पर लटकी दिखाई दी। ये देखकर उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई और पूरे मामले से मैनेजमेंट को अवगत कराया।
आईआईटी प्रशासन की सूचना पर पुलिस एवं फील्ड यूनिट मौके पर पहुंच गई। रूम अंदर से बंद था। किसी तरह से शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके साथ ही पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।


आईआईटी प्रशासन द्वारा ये भी बताया गया है कि छात्रा प्रियंका ने आईआईटी कानपुर में पीएचडी केमिकल इंजीनियरिंग में पिछले महीने 29 दिसंबर 2023 को ज्वाइन किया है। इनके पिता का नाम नरेंद्र जायसवाल है जो दुमका झारखंड के रहने वाले हैं। आपको बता दें कि एक महीने के अंदर आईआईटी कानपुर परिसर में ये तीसरी आत्महत्या है।
एक महीने में तीन आत्महत्याएं
1. पहला मामला
कानपुर में एमटेक के छात्र की आत्महत्या का मामला सामने आया था। मृतक आईआईटी कानपुर में पढ़ाई करता था। छात्र की मौत की खबर से पूरे कैंपस में हड़कंप मच गया था। मृतक की पहचान 30 वर्षीय विकास कुमार के रूप में हुई थी। वह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके का रहने वाला था और आईआईटी कानपुर में एमटेक सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। बताया गया था कि विगत दिनों छात्र ने हॉस्टल में पंखे के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। जैसे ही मामले की जानकारी अन्य छात्रों को हुई तो छात्रों ने विकास को फंदे उतारकर हैलट अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। पुलिस की शुरूआती जांच में छात्र के डिप्रेशन में होने की बात सामने आई थी।
2. दूसरा मामला
बीते दिनों उड़ीसा की रहने वाली पल्लवी चिल्का ने कैंपस में बने आवास में आत्महत्या कर ली थी। पल्लवी ने कमरे के पंखे में फांसी लगाकर जान दे दी थी। पल्लवी आईआईटी में बीएसबीई डिपार्टमेंट में प्रोजेक्ट एक्जीक्यूटिव के पद पर तैनात थी। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है आखिरकार आईआईटी कानपुर के स्टूडेंट आत्महत्या क्यो कर रहे हैं?

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