राजकीय शिक्षक संघ और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व शनिवार को राजधानी के सभी मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने कॉपियां जांचने से इंकार करते हुए बहिष्कार कर दिया। शिक्षकों का कहना है कि स्व. धर्मेंद्र कुमार के परिवार को दो करोड़ रुपये का आर्थिक सहयोग और उनकी पत्नी को उनके शेष सेवाकाल तक असाधारण पेंशन के रूप में प्रतिमाह पूर्ण वेतन भुगतान का आदेश जारी करने तक बहिष्कार जारी रहेगा।
राजधानी में यूपी बोर्ड की कॉपियां जांचने के लिए पांच केंद्र बने हैं। बीते दिनों मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियां ले जाते समय राजकीय कॉलेज के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की पुलिसकर्मी ने गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। उन्हें आर्थिक सहयोग दिए जाने की मांग को लेकर यह बहिष्कार किया गया है।
इन कॉलेजों में वापस गए शिक्षक
शनिवार को सुबह राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, राजकीय हुसैनाबाद इंटर कॉलेज, राजकीय निशातगंज इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज विकास, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोमती में मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षक पहुंचे, लेकिन किसी ने कॉपी नहीं जांची और वापस चले गए।
मूल्यांकन केंद्रों पर हुआ बहिष्कार
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि राजकीय शिक्षक संघ द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार एकजुट होकर पूरे प्रदेश में मूल्यांकन केंद्रों पर बहिष्कार शत-प्रतिशत हुआ है।