शिवगढ़ (रायबरेली)। मफलर से गला कसने के बाद एक श्रमिक का शव हाथ-पैर बांध कर खेत में फेंक दिया गया। शटरिंग का कार्य करने वाले एक श्रमिक की बेरहमी से हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया। मंगलवार की सुबह शव मिलने से सनसनी फैल गई। प्रेम-प्रसंग में हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। मृतककी पत्नी की तहरीर पर अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर पड़ताल की।
शिवगढ़ थाना क्षेत्र के गंगाखेडा मजरे बहादुरनगर गांव निवासी सहजराम (40) शटरिंग का काम करता था। सोमवार को सहजराम गांव से दो किमी. दूर भुजई खेड़ा शटरिंग करने गया था। रात करीब 11.00 बजे शटरिंग का सामान अन्य साथी उसके घर आए थे, लेकिन वह नहीं आया। मंगलवार की सुबह पत्नी शन्नो देवी ने खोजबीन शुरू की। घर से 200 मीटर की दूरी पर सुखई के सरसों के खेत में सहजराम का शव पड़ा मिला।
वैसे तो घटना के पीछे कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है, लेकिन प्रेम-प्रसंग में कत्ल किए जाने की आशंका जताई जा रही है। वारदात के बाद पत्नी समेत अन्य परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी का कहना है कि उसकी किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी। एसपी का कहना है कि खुलासे के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं।
जिले में बढ़ा अपराध, पुलिस अफसर कर रहे फर्ज अदायगी
जिले की पुलिसिंग पटरी से उतर गई है। हालात ये हैं कि पुलिस अफसर घटनाओं के कंट्रोल और पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कोई कार्य नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि सोमवार की रात शिवगढ़ थाना क्षेत्र में चोरों ने जहां छह घरों से लाखों का सामान पार कर दिया, वहीं एक श्रमिक की बेरहमी से हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया। श्रमिक का शव खेत में सुबह करीब नौ बजे मिला, लेकिन पुलिस अफसर दोपहर 12 बजे मौके पर पहुंचकर महज फर्ज अदायगी करते रहे। यही नहीं पुलिस अफसर घटना की सही जानकारी भी छिपा रहे थे।