एटा के थाना निधौली कलां के गांव नगला बीज में मंगलवार की सुबह किसान जमुना प्रसाद का शव बिजली के खंभे पर फंदे से लटका मिला था। उसे तीन दिन परेशान किया गया था। पत्नी ने रनवीर निवासी भूड़गड्ढा सहित पांच लोगों के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाया। बुधवार को हुए पोस्टमार्टम में फंदा लगने से आत्महत्या स्पष्ट हुई है।
जमुना प्रसाद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फंदा लगने से ही मौत होना बताया गया है। दो चिकित्सकों की टीम ने वीडियोग्राफी कराते हुए किसान का पोस्टमार्टम किया। मृतक किसान की बेटी पूजा असम राइफल्स में सिपाही है। उसके आने के बाद ही बुधवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। मृतक के चचेरे भाई इंद्रपाल ने बताया कि रनवीर आदि के खेत में बंबे की खंदी कटने से पानी गया था। जबकि आरोप जमुना प्रसाद पर लगा दिया। जिससे वह काफी परेशान था। 1 मार्च को रनवीर की लगभग नौ बीघा आलू की फसल में पानी भर गया था। 2 मार्च को वह लोग जमुना प्रसाद के घर आए और खेत में पानी भरने का आरोप लगाते हुए अपने साथ ले गए।
गांव भूड़गड्ढा में पंचायत भी हुई, जिसके बाद जमुना प्रसाद पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। जिसको लेकर उसने असमर्थता जताई तो 3 मार्च को एक बार फिर से दूसरे पक्ष के लोग आए और जमुना प्रसाद को अपने साथ ले गए। सदर तहसील ले जाकर डेढ़ बीघा जमीन अपने नाम करा ली। वहीं 4 मार्च की शाम को जमुना प्रसाद कहीं दावत खाने गया था। वहां से लौटकर घर आया। जिसके बाद रात में कितने बजे चला गया पता ही नहीं चला। मंगलवार की सुबह खेतों की ओर लगी सबमर्सिबल के पास बिजली के खंभे पर उसका शव मिला। थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फंदा लगने से मौत होना आया है। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। हर पहलू पर बारीकी से जांच की जा रही है।