अप्रैल को होनी थी शादी, सुसाइड करने से पहले युवक ने भाई को फोन किया, मैं घर आ रहा हूं, खाना साथ में खाएंगे
‘भाई घर आ रहा हूं, खाना बनाए रखना’। परिजनों से हुई अंतिम बातचीत में वन बीट अधिकारी के यह शब्द थे। पर मंगलवार को हरीश तो घर नहीं पहुंचा लेकिन सुबह मिली मौत की खबर ने पूरे परिवार को कभी न भूलने का गम दे दिया।
हल्द्वानी वन प्रभाग के शारदा रेंज में कार्यरत हरीश जोशी पुत्र स्व. प्रकाश चंद्र जोशी वर्ष 2014 में मृतक आश्रित कोटे के तहत वन विभाग में बतौर फॉरेस्ट गार्ड तैनात हुए थे। बड़े भाई हेमू जोशी ने बताया कि सोमवार रात हरीश का फोन आया था। बातचीत के दौरान उसने मंगलवार सुबह 11 बजे घर पहुंचने की बात कही थी। साथ ही कहा था कि मैं भी दिन का भोजन करूंगा। फोन कटने से पहले यह उसके आखिरी शब्द थे। तब बातचीत में सब सामान्य था। किसी तरह की चिंता बातचीत में पता नहीं चली। पर ऐसा मालूम नहीं था कि यह बातचीत उसके साथ आखिरी होगी।
भाई का कहना था कि 18 अप्रैल को हरीश की शादी होनी थी। शादी की तैयारी के संबंध भी मंगलवार को उसने घर पहुंचना था। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में मातम छा गया। शाम करीब चार बजे नंधौर घाट में हरीश की अंत्येष्टि की गई। बड़े भाई ने चिता को मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में एसडीओ ममता चंद, वन क्षेत्राधिकारी शारदा पीसी जोशी, आरओ नंधौर भूपाल मेहता समेत ग्रामीण शामिल हुए।
घटना से परिजन हैरान
वन बीट अधिकारी हरीश जोशी के खुद को गोली मारने की बात सामने आने से परिजन हैरान हैं। अंत्येष्टि के बीच स्थानीय लोगों का भी कहना था कि हरीश ऐसा कदम नहीं उठा सकता। हरीश के परिवार में एक भाई और दो बहनें और मां हैं। सभी की शादी हो चुकी है। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।