नेपाल सीमा के ककरदरी जंगल से रविवार रात पुलिस ने एक आरोपी को उसके दो साथियों संग गिरफ्तार कर लिया। गौवध के इस आरोपी पर 15 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित था जिसके कब्जे से पुलिस ने एक तमंचा 315 बोर, दो जिन्दा कारतूस एक खोखा कारतूस बरामद किया है।
मल्हीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मनपुर कोठी में गोवध की घटना हुई थी। इस मामले में सात लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी घनश्याम चौरसिया ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। जिनकी गिरफ्तारी के लिए मल्हीपुर पुलिस के साथ स्वाट टीम व सर्विलांस टीम को लगाया गया था।
टीम सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। रविवार रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में संलिप्त तीन लोग ककरदरी जंगल के रास्ते से आ रहे हैं। इस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबन्दी की। इस दौरान टीम को लोग आते दिखे। पुलिस टीम को देख तीनों भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान एक ने पुलिस टीम पर देशी तमंचा से फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के दाहिने पैर में गोली लग जिसका नाम चोरे उर्फ मुंशरिफ पुत्र शेखावत निवासी लक्ष्मणपुर कोठी बताया जा रहा है।
इस दौरान दो साथी भाग रहे थे, जिन्हे घेर कर पुलिस ने पकड़ लिया। जिनकी पहचान अब्दुल रहमान पुत्र मुन्नवर व ओझे पुत्र वाहिद निवासी लक्ष्मणपुर कोठी के रूप में हुई है। घायल बदमाश को सीएचसी मल्हीपुर लाया गया। जहां से चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे संयुक्त चिकित्सालय भिनगा रेफर कर दिया है। मुठभेड़ में घायल बदमाश के कब्जे से पुलिस ने एक देशी तमंचा 315 बोर, दो जिन्दा कारतूस, एक खोखा कारतूस बरामद किया है।
एसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि चोरे उर्फ मुंशरीफ को एनडीपीएस के मामले में न्यायालय 15 वर्ष के सश्रम कारावास व डेढ़ लाख रुपए के अर्थदंड से दंडित किया गया था। जो तीन वर्ष पूर्व सजा पूरी कर बाहर आया था जिसने गोवध जैसे अपराध किए हैं। जिसके विरुद्ध मल्हीपुर पुलिस विधिक करवाई कर रही है।