उत्तर प्रदेश के आगरा में इंजीनियर से साइबर अपराधियों ने 14 लाख की ठगी कर ली। मोबाइल नंबर अपडेट करने का झांसा देकर कॉल किया। बाद में बड़े मामले में फंसने का भय दिखाकर डराया। फर्जी कागजात भी भेज दिए। एक व्यक्ति ने मदद के बहाने सीबीआई अधिकारी बनकर बात की। कई बार में खातों में रकम जमा करा ली। मामले में पीड़ित ने रेंज साइबर सेल में शिकायत की है। पुलिस जांच कर रही है।
मथुरा निवासी बिठ्ठल उपाध्याय ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले उनके पास व्हाट्सएप बिजनेस नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को नेटवर्क प्रदाता कंपनी का प्रतिनिधि बताया। कहा कि आपका सिम अपडेट करना है। इसके लिए अनुमति चाहिए। बिठ्ठल उपाध्याय ने अनुमति दे दी। कुछ देर बाद किसी अन्य का कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि करोड़ों की हेराफेरी में आपका नाम है। आपका नंबर इस्तेमाल किया गया है। महाराष्ट्र में सीबीआई जांच कर रही है।
तीन बार में 14 लाख ठग लिए
यह सुनकर बिठ्ठल उपाध्याय घबरा गए। कॉल करने वाले ने मदद की बात कही। बताया कि वह सीबीआई अधिकारी को जानता है। इस पर कॉन्फ्रेंस कॉल पर लेकर बात कराई। कथित सीबीआई अधिकारी ने कहा कि वह फंस गए हैं। जेल जाना पड़ेगा। बड़ा घोटाला हुआ है। पहले पांच लाख रुपये मांगे। उन्होंने रकम दे दी। बाद में ब्लैकमेल करके दो बार में नौ लाख रुपये और ले लिए।
कई राज्यों के खातों में गई रकम
रेंज साइबर सेल के प्रभारी शैलेष सिंह मामले में जांच कर रहे हैं। उन्होंने जिन खातों में रकम गई थी, जिन नंबरों से बात हुई, उनकी जानकारी जुटाई। खाते गुजरात, उत्तराखंड, झारखंड और पश्चिम बंगाल के निकले। पीड़ित को कुछ कागजात भी भेजे गए थे। वह नकली निकले। इस पर टीम आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास में लगी है। रकम भी वापस कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।